नगर पंचायत नगरी के ठेकेदार नगर पंचायत के आगे बैठे अनशन में
नगर पंचायत के अधिकारियों के ऊपर मनमानी करने का लगाया गया आरोप
आज दिनांक 10/10/2022 को नगर पंचायत नगरी के सामने नगर पंचायत के ठेकेदार कमल डागा ने नगरी एसडीएम को ज्ञापन सौंपकर नगर पंचायत के सामने अनशन पर बैठे वही मामला बताया जा रहा है कि नगर पंचायत द्वारा 1 से 23 कामों का निविदा निकाला गया था जिसका ₹100 देकर कामों की रसीद नंबर के आधार पर कटाई गई थी वही आज दिनांक को अंतिम तिथि के दिन सभी कामों का निविदा ठेकेदारों को नहीं दिया जा रहा है नाही अधिकारियों द्वारा कारण बताया जा रहा है राजस्थान के लिए रसीद काटी गई वह फॉर्म हमें तत्काल उपलब्ध कराई जाए जिसको लेकर नगर पंचायत के ठेकेदार नगर पंचायत के सामने अनशन में बैठ गए हैं और रात में कोई भी घटना दुर्घटना होने पर नगर पंचायत जवाबदेही होने की बात ठेकेदार द्वारा कही गई
ठेकेदार कमल डागा ने कहा कि नियम के विरुद्ध अगर में अनशन पर बैठा हूं तो मेरे ऊपर कानूनी कार्रवाई कर के अंदर करवा दिया जाना चाहिए जब तक लिखित में नहीं दिया जाएगा तब तक इस अनशन से नहीं उठने की बात कही
जब हम इस संबंध में नगर पंचायत के अधिकारी के उपस्थित नहीं होने पर प्रभारी से संपर्क करना चाहा तो नगर पंचायत में नहीं मिले तब बार-बार फोन लगाने पर भी फोन रिसीव नहीं किया गया वहीं एसडीएम के काल जाने पर नगर पंचायत आकर नगर पंचायत के इंजीनियर ने अपने 1 टूक में कहा कि जो नियम है वह सही है आप ठेकेदार को जो करना है कर सकते हैं
वहीं कुछ ठेकेदारों ने अपनी दबी जुबान से इस कार्यों को लेकर कहीं बड़े ठेकेदारों से सेटिंग की बात कही जा रही है अगर वास्तव में सही है तो इसकी जांच होनी चाहिए