हाथी के हमले से पत्नी ने जान बचाकर भागी वही पति की मौत
देर रात्रि हाथियों के हमले में एक बुजुर्ग की मौत उदंती सीतानदी टाइगर रिजव के वन परिछेत्र रिसगांव में कुछ दिनों से 35 हाथियों का दल पहुचा हुआ है
हाथी के हमले से पत्नी ने जान बचाकर भागी वही पति की मौत
रात्रि में हाथियों के हमले से एक व्यक्ति की मौत क्षेत्रवासी दहशत में
इसके पहले भी कई लोगों का जान ले चुके हैं हाथी
आपको बता की नगरी ब्लाक मुख्यालय से लगभग 35 किलोमीटर दूर ग्राम खल्लारी निवासी मृतक श्यामलाल मरकाम अपनी पत्नी लछनतिन बाई के सांथ घर से लगे खेत मे रखे धान की फसल की रखवली करने गया हुआ था।…तभी तकरीबन रात्रि 1 बजे के आसपास 4 से 5 हाथीयो को देख कर मृतक भागने की कोशिश किया लेकिन एक हाथी के गिरफ्त में आ गया और उसे उठा कर पटक दिया। जिसकी खबर ग्रामीणों को लगी तब……ग्रामीणों के द्वारा उन्हें घर पहुचाया गया लेकिन तब तक बुजुर्ग की मौत हो गई थी। आज सुबह वन विभाग के अधिकारी कर्मचारी घटनास्थल पर पहुंचे और बुजुर्ग को नगरी स्थित मचुरी लाया गया जहां पोस्टमार्टम कर लाश परिजनों को सौंप दिया गया
*वहीं इस घटना के बाद क्षेत्रवासियों का कहना है कि जब से हाथियों का दल हमारे इस क्षेत्र में पहुंचा है तब से रात जागरण कर दिन गुजार रहे हैं क्या इन हाथियों से मिलेगी मुक्ति*
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वही क्षेत्रवासियों के मन में एक सवाल उठ रहा है जिसकी चर्चा जोरों पर है वन विभाग हाथों की सुरक्षा को लेकर दिन रात हाथियों के पीछे घूमने की बात कहा रही है और हाथियों की सुरक्षा को लेकर इतने सतर्क हैं की हाथी सुरक्षा दल बनाकर हाथियों के दल को ट्रैक किया जाता है मगर जब भी हाथियों के द्वारा किसी इंसान को कुचल दिया जाता है उस समय शायद वन विभाग का अमला कहीं भी आसपास नहीं दिखता आखिर क्यों….. ?