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ऐसा क्या हुआ ग्रामीणों को वन विभाग के गेट तोड़कर अंदर प्रवेश करना पड़ा पुलिस के रहते

ऐसा क्या हुआ ग्रामीणों को वन विभाग के गेट तोड़कर अंदर प्रवेश करना पड़ा पुलिस के रहते

नगरी 13/3/2023 अशोक संचेती

रेंजर को हटाने लामबंद हुए 11 गांव के 500 ग्रामीण …. रैली निकालकर किया वन परिक्षेत्र अरसीकन्हार का घेराव

पुलिस के साथ हुई झूमा झपटी भीड़ को संभालने पुलिस को करनी पड़ी मशक्कत

सोन्ढूर डैम में मत्स्याखेट है प्रतिबंधित फिर भी हर रोज होती है मछली चोरी उड़ीसा के व्यापारी है सक्रिय
विभाग बना मुख दर्शक 

क्या विभाग के उच्च अधिकारी आरोपों की जांच करने की हिम्मत दिखाएंगे या फिर संरक्षण प्रदान करेंगे अपने कर्मचारी अधिकारियों को

आज वन संघर्ष समिति बेलर बाहरा के बैनर तले दर्जन भर गांव के सैकड़ों ग्रामीणों ने वन परिक्षेत्र अरसिकन्हार का घेराव किया गया ग्रामीणों का आरोप है कि वन परिक्षेत्र अधिकारी देवदत तारम के द्वारा ग्रामीणों को झूठे आरोप में केस बनाकर फंसा रहे है और उन्हें न्यालीन प्रक्रिया में धकेला जा रहा है और भोले भाले आदिवासियों को प्रताड़ित किया जा रहा है… घुस्साए ग्रामीणों ने बस स्टैंड सांकरा से रैली निकालकर रेंजर मुर्दाबाद के नारे लगाते हुए घेराव किया…. फॉरेस्ट गेट के पास घेराव के दरमियान पुलिस और ग्रामीणों में झूमा झपटी भी हुई… और ग्रामीण फॉरेस्ट ऑफिस के गेट को तोड़कर अंदर घुसने में सफल हुए

मामला एक हफ्ते पहले का है जहा वन परिक्षेत्र अधिकारी के द्वारा उदंती अंर्तगत सोंढूर डैम से मछली पकड़ते ग्रामीणों को पकड़ा और दो बाइक को राजसात की कार्यवाही की गई …जिस पर ग्रामीणों का आरोप है की मछली पकड़ने वाले उड़ीसा के व्यापारी को विभाग संरक्षण दिया जाता है उड़ीसा के लोग उसी डैम में मछली पकड़ कर लाखों रुपए की कमाई करते हैं अभ्यारण क्षेत्र के नदी से रेत की चोरी रेत माफियाओं द्वारा खुले रूप से की जाती है उनके ऊपर कार्रवाई नहीं कर उनको संरक्षण प्रदान किया जाता है ऐसे कर्मचारियों के ऊपर में कार्रवाई करने के बजाएं वही निवासरत ग्रामीणों को प्रताड़ित किया जाता है ….फिलहाल ग्रामीणों के बिंदूवार मांगो पर विभाग ने पंद्रह दिन के भीतर कार्यवाही करने का आश्वासन दिया गया …….तब जाकर गुस्साए ग्रामीणों ने धरना समाप्त किया वही ग्रामीणों की माने तो मांगे पूरी नहीं होने पर डीएफओ कार्यलाय का घेराव किया जाएगा ।

ग्रामीणों द्वारा लगाए गए आरोप

उड़ीसा के लोग रोज उसी बांध से रोज मछली मार कर ले जाते हैं उस पर फॉरेस्ट विभाग कारवाही क्यों नहीं करता
अभ्यारण के नदियों से ठेकेदारों द्वारा रेत का अवैध उत्खनन किया जाता है जिस पर कार्यवाही नहीं की जाती
अभ्यारण क्षेत्र में मोबाइल टावर लगाने पर रोक
पेशा क्षेत्र में बिना सर्च वारंट के एवं बिना ग्रामसभा के अनुमति बगैर ग्राम के आबादी क्षेत्र में घर में लगे खेत में घुसकर ग्रामीणों को प्रताड़ित करना
विभिन्न निर्माण कार्य की मंजूरी बकाया राशि जल्द से जल्द प्रदान करें
एक गंभीर आरोप लगाया गया वन विभाग द्वारा निर्माणाधीन बिल्डिंग में दरवाजा खिड़की बनाने के नाम पर खुद जंगल में लकड़ी की कटाई ग्रामीणों द्वारा कराई गई फिर ग्रामीणों द्वारा खिड़की दरवाजा निर्माण किया गया जिसके पैसे के लिए विभाग के पास पहुंचे तो ग्रामीणों के ऊपर लकड़ी चोरी की कार्रवाई की गई
लगभग 11 गांव के ग्रामीण जन आंदोलन करने पहुंचे थे बसीन, बोइरगांव,मेचका, बेलरबहारा, बरपदर, अर्जुनी तुमड़ी बहार गाताभरी दौड़पंडरीपानी ठेनहीं, गोबरा

सीतानदी उदन्ती अभ्यारण्य के अरसीकन्हार रेन्ज मे सोन्ढूर डैम आता है जहा डैम के मुख्य गेट मे स्पस्ट लिखा है की यह डैम अभ्यारण्य का डुबान क्षेत्र आता है जहा मतस्या खेट कानूनन अपराध है अगर यहा डुबान क्षेत्र मे मछली मारते हुए पकडे जाने पर वन अधिनियम के तहत कार्यवाही की जायेगी दुर्भाग्य है कि सूचना पटल सिर्फ शोभा के लिए है विभाग मछली चोरी पर अब तक ठोस कार्यवाही करने में दिलचस्पी नहीं दिखाई है

इस आंदोलन में शामिल थे बेलरबाहरा, ठेनही,दौड़ पंडरीपानी,मेचका, अरसीकन्हार,बासिन , बोईरगांव, अर्जुनी, तुमड़ीबाहर , गाताबाहर, सहित ग्यारह गांव के ग्रामीणों में इस मामले में काफी रोष है पंद्रह दिन में कार्यवाही करने का आश्वासन के बाद ग्रामीण शांत हुए लेकिन भविष्य में उग्र आंदोलन की चेतावनी भी दिया गया है ।किसान संघर्ष समिति के बैनर तले नरेश मांझी ,श्री धन सोम,राम स्वरूप मरकाम ,विमला मरकाम ,कमलेश प्रजापति ,तरुण मरकाम आसान सिंह मांझी, ब्रह्म देव शांडिल्य , ओशित पटेल, डिकेश यादव , छत्तरयादव ,सहित सैकड़ों ग्रामीण प्रदर्शन में शामिल थे…..।

इस संबंध में ग्रामीण नरेश माझी अध्यक्ष किसान संघर्ष समिति बेलरबाहरा का कहना है की वे वन क्षेत्र मे रहते है व वन अधिनियम के कानून से भी अवगत है जहा त्योहार के चलते ग्रामीण वन क्षेत्र न जाकर डैम के क्षेत्र मे मछली पकड रहे थे जिसे कार्यवाही किये जो वन विभाग के अधिकारी का अड़ियल रवैया है जहा आज परिक्षेत्र अधिकारी खुद अवैध मछली के कारोबार मे लिप्त है जिनका उडीसा के व्यपारियो के साथ साठगांठ है उडीसा के व्यपारी अभ्यारण्य क्षेत्र मे रोजाना आते है और कई क्वीन्टल मछली रोजाना ले कर जा रहे जिससे शासन को राजस्व का लाखो का नुकसान हो रहा जहा परिक्षेत्र अधिकारी को मालूम होने के बावजूद कार्रवाई नहीं करते

श्रीधन सोम सरपंच ग्राम पंचायत ठेन्ही -का कहना है की परिक्षेत्र अधिकारी जनप्रतिनिधियो का काल रिसिव नही करता है वनाचल मे बसे ग्रामीणो को धमकी देता है जेल मे डाल दूगा पीओआर काटूगा जबकी खुद निर्माण कार्य को वन अधिनियम के विरूद्ध करता है ऐसे अधिकारी के उपर कार्यवाही कर तत्काल यहा से हटाया जाये ।

जगदीश प्रसाद दर्रो एसडीओओ उदंती सीतानदी टाईगर रिजर्व गरियाबंद – आज धरना प्रदर्शन किया गया जो आवेदन पत्र में उल्लेखित है उस पर यथाशीघ्र कार्यवाही किया जाएगा ।

 

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