हजारों की संख्या में पहुंचे अभ्यारण क्षेत्र वासी कलेक्ट्रेट

नगरी 20/3/2022अशोक संचेती
आज करेंगे जिला कलेक्टर का घेराव अभ्यारण क्षेत्र के लोग
70 साल बाद ही अभ्यारण क्षेत्र के लोग बुनियादी सुविधाओं के बिना जी रहे हैं अपनी जिंदगी
बार-बार आवेदन निवेदन करने के बाद भी सिर्फ आश्वासन मिला अब अश्वासन नहीं होगी आर-पार की लड़ाई यह कहना है अभ्यारण क्षेत्र वासियों का
आज करेंगे सीता नदी अभ्यारण्य इलाके के 18 गांवों से हजारों की संख्या में कलेक्ट्रेट का घेराव
क्या होगी इनकी मांगे पूरी या फिर आश्वासन देकर टाल दिया जाएगा या फिर कानून के शिकंजे में जकड़ा जाएगा
बरसात के दिनों में प्रवास पीड़ा में तड़पती रहती है महिला ना मिलता है एंबुलेंस की सुविधा ना डॉक्टरों की
ग्राम साकरा नाके पर कल जिला के अधिकारी सहित ब्लॉक अधिकारी कर्मचारियों ने ग्रामीणों को काफी समझाइश दी गई मगर ग्रामीण अपने बादलों पर अड़े रहे कलेक्टर घेराव को लेकर इस समय मौजूद थे संयुक्त कलेक्टर ऋषिकेश तिवारी नगरी एसडीएम गीता रायस्त एडिशनल एसपी मेघा टेंभुरकर डीएसपी नेहा राव सहित अन्य अफसर मौजूद रहे वही संघर्ष समिति के अध्यक्ष भगवान सिंह नाग संयोजक बीरबल पद्माकर परमानंद कश्यप भोजराज ध्रुव संयुक्त समस्त पदाधिकारी गण उपस्थित थे जिनका कहना है कि
धमतरी जिले के नगरी ब्लॉक के रिसगांव, करही, खल्लारी और फरसगांव यह गांव सीतानदी अभ्यारण्य के इलाके में आता…आज भी विकास से कोसो दूर है..आजादी के 70 साल बाद भी रिसगांव, करही, खल्लारी और फरसगांव के ग्रामीणों को लालटेन युग मे जीवन जीने को मजबूर है जहां लोग 4G 5G में पहुंच गए हैं वही इस क्षेत्र के लोग नेटवर्क को तरस रहे हैं जहां बिजली से बड़े से बड़े कारखाना और छोटे से छोटे घरों में बिजली पहुंच रही है वही इस क्षेत्र के लोग इस बिजली की दुनिया से बहुत दूर है आज भी लालटेन की जिंदगी जी रहे जहां आज शासन-प्रशासन पूरी सुविधा देने की बात करती है वही इस क्षेत्र के लोग बुनियादी सुविधाओं के लिऐ तरस रहे है…
धमतरी जिले से मात्र करीब 110 किमी दूर और अपने ब्लॉक मुख्यालय से 30 से 35 किलोमीटर दूर में बस भीरागांव से खल्लारी चमेंदा और रिसगांव से जोरातराई ग्रामीणों की जिन्दगी मे आज भी नही आया उजियारा बिजली व अन्य बुनियादी सुविधा के अभाव मे लालटेन के सहारे जिन्दगी गुजार रहे क्रेडा द्वारा स्थापित सोलर पेनल बना शो पीस ग्रामीणों ने बताया कि जिला प्रशासन से बहुत लंबे समय से बिजली की माग है जबकि विद्युत पोल गढ़ चुका है इस क्षेत्र में सिर्फ तारों का जाल बिछाना बाकी मगर ऐसा क्या हुआ कि तार बिछाने को नहीं दिया गया और सिर्फ जल्दी ही विद्युत पहुंचाने का आश्वासन दिया जाता है जवाबदारों से मिलाने पर चाहे जनप्रतिनिधि हो या प्रशासनिक अधिकारी सिर्फ देते हैं आश्वासन आश्वासन सुन सुनकर परेशान ग्रामीण अभ्यारण संघर्ष समिति रिसगांव के बैनर ताले सड़क पानी बिजली आदि मांगों को लेकर हजारों की जनसंख्या में रविवार को कलेक्ट्रेट घेराव के लिए निकले है… आज दिन सोमवार को करेंगे सीता नदी अभ्यारण्य इलाके के 18 गांवों से हजारों की संख्या में कलेक्ट्रेट का घेराव करेंगे और अपने गांव में मूलभूत सुविधाओं के लिए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और राज्यपाल विश्वभूषण हरिचंदन समेत प्रधानमंत्री के अलावा राज्य और केंद्र के वन मंत्री के नाम ज्ञापन सौंपेंगे।
इलाके में आधा दर्जन नदी नालों में पुल और पुलिया की जरूरत है,गांवों में सड़क नहीं है, गर्मियों के दिन में तो जैसे तैसे आवागमन हो जाता है, लेकिन जैसे बरसात के दिनों में बात जान पर आ जाती है,यहां स्वास्थ्य सुविधाओं के नाम पर भी कुछ नहीं है। हमने रिसगांव में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र खोलने की मांग की है। इसके अलावा पानी की टंकी और मुख्य चौक चौराहों पर लाइट की व्यवस्था की मांग की…लेकिन अब तक पूरा नहीं किया गया, इस वजह से अब हम शासन प्रशासन से लड़ने के लिए मजबूर है…