छत्तीसगढ़ मनरेगा कर्मचारी महासंघ ने विधायक लक्ष्मी ध्रुव को दिया ज्ञापन
नगरी
छत्तीसगढ़ मनरेगा कर्मचारी महासंघ की हड़ताल 4 अप्रैल से अनवरत जारी है, 11 अप्रैल 2022 को जिला स्तर पर रैली निकाल कर अपनी मांगों का मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन कलेक्टर महोदय को सौंपा गया। जिस तरह से 4 अप्रैल से मनरेगा महासंघ का हड़ताल जारी है और इस हड़ताल में पूरे पंचायत स्तर से लेकर जनपद स्तर जिला स्तर एवं छत्तीसगढ़ राज्य स्तर के पूरे अधिकारी और कर्मचारी जुटे हुए हैं जिससे छत्तीसगढ़ मनरेगा कर्मचारी महासंघ की हड़ताल से पूरे रोजगार गारंटी योजना ठप पड़ा हुआ है और कहीं भी मजदूरी नहीं मिल रहा है एक आंकड़ा के आधार पर नगरी ब्लाक में अप्रैल के महीना में लगभग प्रति दिवस 20000 मजदूर काम पर लगते थे जिसके एवज में उन्हें 40.80 लाख प्रतिदिन का भुगतान होता था आज क्योंकि आज हड़ताल की स्थिति में हम ब्लॉक की स्तर पर देखें तो प्रति दिवस 20000 मजदूर नियोजित होते थे जिसमें 4080000 का नुकसान हो रहा है जिला स्तर पर 60000 प्रति दिवस मजदूर है जो काम करते थे उन्हें एक करोड़ 22 लाख का नुकसान हो रहा है इसी तरह हम राज्य स्तर पर देखें तो पूरे राज्य में 12 लाख प्रति दिवस मजदूरी में 24 करोड़ 48 लाख रुपये जो मजदूर के खाते में जाना था वह उन्हें नुकसान हो रहा है इस तरह से रोजगार गारंटी योजना अभी पूरे राज्य में ठप पड़ा हुआ है जो रोजगार गारंटी के अधिनियम है और जिस में मजदूर को रोजगार देने का जो नियम पारित हुआ है आज मनरेगा महासंघ के हड़ताल में चले जाने पर मजदूरों को मजदूरी नहीं मिल पा रही है और गांव गांव में अभी कार्य के मांग रहे हैं और जो की हड़ताल में होने के कारण किसी मजदूर को काम नहीं मिल रहा है और गांव में अभी मजदूर पलायन की स्थिति में काम के लिए प्लान कर रहे हैं और हम चाहते हैं कि शासन जल्द से जल्द कर्मचारियों को की मांग को पूरा करे
मनरेगा कर्मचारियों का 2 सूत्रीय मांग निम्नानुसार है
1 चुनावी जान घोषणा पत्र को आत्मसात करते हुए समस्त मनरेगा कर्मियों का नियमितीकरण किया जावे।
2 नियमितीकरण की प्रकिया पूर्ण होने तक ग्राम रोजगार सहायकों का वेतनमान निर्धारित करते हुए समस्त मनरेगा कर्मियों पर सिविल सेवा नियम 1966 के साथ पंचायत कर्मी नियमावली लागू किया जावे।