नगरी
नगरी ब्लाक के सिहावा महानदी उद्गम स्थल बड़ी तादाद में की जा रही है जिसकी चोरी
लोगों के मन में उठता है सवाल क्या राजनीतिक संरक्षण या अधिकारी संरक्षण में होती है रेत की चोरी
क्यों नहीं की जाती है इन लोगों के ऊपर कारवाई
कार्रवाई का नाम लेकर मनमाने रेट में बेचा जाता है रेत
खनिज विभाग को इस क्षेत्र में हो रहे अवैध धंधे से शायद कोई लेना देना नहीं कहीं विभाग का ही तो संरक्षण नहीं अगर संरक्षण नहीं कार्रवाई क्यों नहीं
महानदी का उद्गम स्थल से खुलेआम शासन प्रशासन के नाक के नीचे से रेती चोरी की जा रही है जहां एक तरफ शासन प्रशासन रेत की चोरी को रोकने के लिए सख्त कदम उठाने की बात करती है वही बड़ी रेत की चोरी खुलेआम महानदी का सीना चीर कर शासन प्रशासन को चूना लगाते हुए शासन प्रशासन में बैठे लोगों को ठेंगा दिखाते हुए बेधड़क रेत की अवैध निकासी कर लाखों की कमाई कर रहे हैं रेत दलाल वहीं कुछ लोगों का कहना है कि इतने अधिक तादाद में बिना अधिकारियों के संरक्षण के रेत निकासी नहीं की जा सकती कुछ लोगों का तो यह भी कहना है कि चोरी करने वाले ट्रैक्टर मालिक यहां के अधिकारियों को अपने राजनीतिक दबाव के चलते दबाव डालकर अवैध निकासी करते हैं साथ ही कुछ राजनीतिक नुमा ठेकेदार अधिकारियों से सेटिंग करने के बाद दूसरे ट्रैक्टर मे रेत निकासी करते है तो उसका कंप्लेंट कर उसके ऊपर कारवाई करवाते हैं और खुद अवैध निकासी कर मोटी कमाई कमाते हैं जबकि इस क्षेत्र में रेत की निकासी पूरी तरह से बैन है मगर यह लोग किनके संरक्षण में अवैध निकासी कर रहे हैं क्या राजनीतिक संरक्षण या अधिकारी का संरक्षण अगर इन लोगों का संरक्षण नहीं है तो इन लोगों के ऊपर क्यों नहीं की जाती बड़ी कार्रवाई आए दिन सैकड़ों के ट्रिप बड़ी तादाद रेत की चोरी की जाति ब्लॉक में बैठे अधिकारी और जिला में बैठे अधिकारी इन पर कार्रवाई की दम भरते क्या वास्तव में कार्रवाई करेंगे अधिकारी की लीपापोती