माइक्रो आर्टिस्ट ने भानुप्रताप ने हसदेव अरण्य रोता हुआ बालक के रूप में पेंसिल पर उकेरा
नगरी
भानुप्रताप ने भी अपनी कला के माध्यम से आदिवासियों का समर्थन कर रहे हैं.
मुकुंदपुर निवासी माइक्रो आर्टिस्ट भानुप्रताप कुंजाम ने इस बार हसदेव अरण्य को लेकर कलाकृति बनाया है . जिसमें हसदेव अरण्य को रोता हुआ बालक के रूप में दिखाएं हैं . पेंसिल पर SAVE HASDEV लिखकर हसदेव जंगल की कटाई पर रोक लगाने के लिए निवेदन कर रहे हैं.
SAVE HASDEV क्या है .. ? बता दें कि छत्तीसगढ़ सरकार अडाणी कंपनी को हसदेव जंगल की कटाई कर कोयला निकालने की अनुमति प्रदान कर चुके हैं . अगर कंपनी फैक्ट्री स्थापित करती है तो लगभग दो से ढाई लाख पेड़ काटे जाएंगे जो पर्यावरण के लिए भारी नुकसान हो सकता है . इस बात से चिंतित सरगुजा क्षेत्र के आदिवासी पिछले कई दिनों से रायपुर में धरना प्रदर्शन कर रहे हैं और देश के अलग-अलग कोने से लोग आदिवासियों के समर्थन में सेव हसदेव का नारा लगा रहे हैं. भानुप्रताप ने भी अपनी कला के माध्यम से आदिवासियों का समर्थन कर रहे हैं